Monday, September 29, 2014

मन

            * शब्दों की आवाजाही *
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लिखते हैं ,मिटाते हैं । 

क्या कहें कागज़ पर 

कुछ शब्द ही सही 

नजर आते हैं ,

पर मन में ये जो 

शब्दों की आवाजाही है 

उन्हें कैसे मिटाऊँ ?

कैसे कुछ शब्दों को 

बाहर का रस्ता दिखाऊँ 

मन की सतह को साफ़ 

कर पाऊँ कैसे ?

प्रभु कहो तुम तक 

पहुँच पाऊँ  कैसे ?

सीमा श्रीवास्तव 


2 comments:

  1. राह पकड़ तू एक चलाचल..........

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  2. जी मनोज जी. धन्यवाद...

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