प्रकाशपुंज
प्रकाशपुंज
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खिड़कियों पर चढ़ा दिए परदे
कि बाहर का अँधियारा
हावी ना होने पाए ,
जोड़ लिया खुद को
अंदर के उजियारे से
हाँ ,जब भी अन्धेरा
बढ़ने लगे तब
जोड़ लेना खुद को
अंदर के उजाले से ,
आओ पहचानें खुद को
हमारे अंदर ही छुपा है
प्रकाशपुंज !!!
सीमा श्रीवास्तव
सच ही मन के दीये में हज़ारों सूरज की रोशनी होती है.
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