पर दुआओ के लिये
नहीं उठते ये हाथ
बस यूँ ही एक टक
देखती हूँ तुम्हे...
कि तू देख रहा है
कि नहीं देख रहा..!!
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- सीमा श्रीवास्तव
हमेशा दुआएं मांगते रहिये..कभी ना कभी तो ये जरूर कबूल होंगी और खुद से ज्यादा दूसरो के लिये मांगिए और फिर देखिये उसका असर.. ...
बहुत सुन्दर।
ReplyDeleteThanks a lot...Shantideep..jee...
Deleteबहुत सुन्दर...उम्दा और बेहतरीन प्रस्तुति के लिए आपको बहुत बहुत बधाई...
ReplyDeleteनयी पोस्ट@आंधियाँ भी चले और दिया भी जले
Thanks a lot...P,B. Chaturvedi jee...,
Deleteवो देखता है सब को ... सोचता है हर उठे हाथ के बारे में ...
ReplyDeleteJi..Digamber...jee..
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