Tuesday, December 16, 2014

कमल

       कमल
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अपनी तहजीब को अपने पास

सम्भाले रखना ऐ दिल 

कि तेरे पसंद की यहाँ 

हर एक बात ना होगी ,

बहुत कुछ देख कर भी तू 

बंद रखना  ये जुबां 

कि तेरी पसंद से मिलती यहाँ 

हर राह  ना होगी!!

 जरदोस्त हैं जो वो  देखें  सकेगे ना

  जमाल इस  दिल का 

कि तू लगा दे इस दिल को

खुदा की बंदगी में!!

ये ना सोच जरूरत क्या है

यहॉ भला तेरी

कि कमल खिलते हैं औ

मुस्कुराते हैं कीचड में भी!!


(जरदोस्त -  धन को सबसे अधिक प्रिय समझनेवाला

जमाल- खूबसूरती )

सीमा श्रीवास्तव...

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