आँसू
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क्यों आँखों मेँ अचानक मचल आये ये आँसू ,
रोके से कहाँ रूकते छलक आये ये आँसू ।
कोई वश नहीं इनपर ,कब ढलक जाए ये आँसू ,
आँखों में घटा -सी उमडी ,बरस जाए ये आँसू ।
इनकी मर्जी का थाह ,कब किसे चल पाया ,
किस बात पर कब बहक जाए ये आँसू ।
इन आँसूओ का रंग क्या ?कोई रंग नहीं इनका ,
बस दिल की बात चेहरे पर लिख जाए ये आँसू । ।
उदात्त भावों से परिपूर्ण सुन्दर कविता
ReplyDeleteThanks a lot Sanjay ji...
Deleteसीमा जी आपने बहुत सुन्दर लिखा हैँ। अगर आपकी स्वीकृति हो तो आपकी यह रचना मेरे ब्लॉग आर एस डी वैब मीडिया पर प्रकाशित करने का मेरा दिल कर रहा हैँ। आपकी रचना आपके नाम के साथ प्रकाशित होगी ।
ReplyDeleteस्वीकृति के लिए rsdiwraya@gmail.com पर ई मेल कर या फिर टिप्पणी करे । धन्यवाद
जी , धन्यवाद.....,आप इसे प्रकाशित कर सकते हैं.....मुझे खेद है कि मैंने आज ही आपके कमेंट्स को पढा....
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