पिता नहीं चाहते बदलना
अपने शौक ,तौर तरीके,
रहन सहन ,बात व्यवहार …
पर माँ जानती है बदलना खुद को ।
बच्चों की खुशियो की खातिर ,
वह समेट लेती है अपनी खुशियाँ ।
और पिता फैला के रखना चाहते हैं
अपना साम्राज्य .....कि
उन्हे नही पसंद कोई उलट फेर
समझौते , दखलअंदाजी !!
- सीमा श्रीवास्तव
( मेरा इरादा किसी को ठेस पहुँचाना कतई नहीं )
शायद घर घर की कहानी । मेरे ब्लॉग पर आने के लिए शुक्रिया ।
ReplyDeleteधन्यवाद संगीता दीदी...,,स्वागत है आपका...:)
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