Monday, July 20, 2015

खुशी

  ख़ुशी 
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मै ,
खुश रहना 
चाहती हूँ 
 हर पल 

इसलिए 
मिलती हूँ
 फूलों से ,

खेलती हूँ 
हवाओँ  से.

चहक लेती हूँ 
पंछियों के   साथ। 

किसी गीत के 
बोल गुनगुनाती हूँ ,

किसी दीवाने के 
  मन मे डुबकी 
लगाती हूँ 
और
रंग देती हूँ 
शब्दों को 
इश्क के 
रंग में  !!

मै ,
हकीकत की 
जमीन को 
ठोकर मार के 


थोड़ी दूर 
ख्वाबो के 
साथ उड़ 
जाती  हूँ !!

बस इसलिए 
कि मै 
ख़ुश रहना 
जानती हूँ !!


- सीमा 









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