ख़ुशी
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मै ,
खुश रहना
चाहती हूँ
हर पल
इसलिए
मिलती हूँ
फूलों से ,
खेलती हूँ
हवाओँ से.
चहक लेती हूँ
पंछियों के साथ।
किसी गीत के
बोल गुनगुनाती हूँ ,
किसी दीवाने के
मन मे डुबकी
लगाती हूँ
और
रंग देती हूँ
शब्दों को
इश्क के
रंग में !!
मै ,
ठोकर मार के
थोड़ी दूर
ख्वाबो के
साथ उड़
जाती हूँ !!
बस इसलिए
कि मै
ख़ुश रहना
जानती हूँ !!
- सीमा
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मै ,
खुश रहना
चाहती हूँ
हर पल
इसलिए
मिलती हूँ
फूलों से ,
खेलती हूँ
हवाओँ से.
चहक लेती हूँ
पंछियों के साथ।
किसी गीत के
बोल गुनगुनाती हूँ ,
किसी दीवाने के
मन मे डुबकी
लगाती हूँ
और
रंग देती हूँ
शब्दों को
इश्क के
रंग में !!
मै ,
हकीकत की
जमीन को ठोकर मार के
थोड़ी दूर
ख्वाबो के
साथ उड़
जाती हूँ !!
बस इसलिए
कि मै
ख़ुश रहना
जानती हूँ !!
- सीमा
बहुत सुन्दर
ReplyDeleteDhanywaad
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