क्यों लड़ते हो?
क्यों लड़ते हों .?
मंदिर ,मस्जिद
गुरूद्वारों के लिए लड़ो
गलियो और चौबारों
के लिए लडो
जात ,पात ,प्रान्त
के मुद्दें पे लड़ो
स्त्री पुरुष के नाम
पर भी लड़ो
लड़ो ,कि तुम्हें
गर लड़ना ही
हो पसंद
भगवान के
द्धार पर आ के
बँटवारे के लिए
लड़ो।
सीमा श्रीवास्तव
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