गुलमोहर की लालिमा देती मन भरमाए
छाँव उसकी बैठ कर लेते सब सुस्ताए
है गुलाब सुन्दर बहुत पर रहते हम इससे दूर
काँटो वाले तन हैं इसके देता घाव लगाए! - सीमा
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