चेहरा बदल रहा है धीरे-धीरे! अब लोग मुझे परखेंगें तुम्हारे हिसाब से सोचती हूँ अब नकाब में रहूँ कि कोई बेनकाब ना कर पाए मुझे! हाँ, आजकल तुम्हारी सूरत नजर आने लगी है मुझमें! - सीमा
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