पलाश
#####
राह चलती एक स्त्री
अचानक ही थम जाती है
जब पलाश के पेड़ से उतरकर
एक फूल सीधे उसके जूड़े में
अटक जाता है!
उसका सादा पड़ा चेहरा
दमकने लगता है!
पलाश का फूल
मुस्कुराता है कि
जीवन में रंग भरना
आता है उसे!
वो रंग देकर चला जाता है!
जब मौसम करवट लेता है
तो पलाश नजर नहीं आते पर
उनके रंग हमेशा याद आते हैं!
- सीमा श्रीवास्तव
No comments:
Post a Comment