Saturday, August 15, 2015

झंडा ऊंचा रहे हमारा



वो भी कितने
सुंदर दिन थे ना,जब
झंडे लिए हम दौड़ पड़ते थे
और कभी - कभी
एक दूसरे से टकरा के
गिर पड़ते थे पर
झंडे को उठा के
रखते थे हरदम! 
झंडे को ऊंचा 
रखते थे हरदम! 
जय हिंद। वंदे मातरम् 
- सीमा

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