हाँ, वो कान्हा है
बिना मोर पंख वाला!
उसके हाथों में सुदर्शन चक्र नहीं,
उसके कानों में कुंडल नहीं
ना ही रंग सांवला है
पर वो कृष्ण का रुप है
और ये मेरे मन का वहम नहीं!
कहते हैं ना
पत्थर को भी पूजो तो वो
देवता बन जाता है
मैं भी मन ही मन पूजती हूँ उसे
पर मैं मीरा नहीं,
राधा नहीं
मैं सीमा हूँ
और वो मेरा असीम!
हाँ,
हम सभी को एक कृष्ण चाहिए
अपनी जिंदगी में रंग भरने के लिए!
- सीmaa
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