Monday, January 9, 2017

सौगात

वो लिख सकता था
बहुत कुछ
पर उसने अपने
कलम को सिकोड़कर
रख दिया था
अपने बहुत सारे शब्दों को
खुद ही भूल गया था वो
इसलिए कुछ दिनों से
मैं उसके गुम हुए शब्दों को
सौगात बना कर उसे
लौटा रही थी!

आज बहुत 
दिनों के बाद मैंने
उसे अपनी कलम को
चूमकर 
हसते हुए देखा!!

~ सीमा

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