Sunday, January 18, 2015

कुछ आस बीन लाना

कुछ फूल चुन लाना 

कुछ आस बीन लाना ,

हाँ, समय के रहते एक 

नींव डाल जाना !!


ना जाने कब वो 

 बरसा दे मेहर  अपना, 

इस भ्रम में मत तुम 

हाथो पे हाथ रखना !!


समय के पाँव से तुम 

कुछ सबक सीख लेना 

ना तुम कभी भटकना ,

ना तुम कहीं अटकना !!


जीवन के रस्तो पे 

बन मस्त चलते रहना !

हर सांस सांस जीना ,

हर आस आस जीना !!


- सीमा श्रीवास्तव 


4 comments:

  1. समय के पाँव से तुम

    कुछ सबक सीख लेना

    ना तुम कभी भटकना ,

    ना तुम कहीं अटकना !!
    बहुत खूबसूरत

    ReplyDelete
  2. आशा और उम्मीद पे पल संजो कर लिखी क्षणिकाएं ...

    ReplyDelete
  3. हर सांस-सांस जीना, हर आस-आस जीना...... चन्द शब्द नहीं, मानों हौसले का महापर्वत....गागर में सागर....!

    ReplyDelete