प्रेम आसमान में
उगे सितारों की बुनावट है,
प्रेम भोर में आँखें मलते
सूरज का प्यारा मुखड़ा है,
प्रेम नदियों की मौज है,
सागर की लहरें हैं,
फूलों की सुगंध है,
हवाओं की नमी है
पेड़ो की हरियाली है
अमलताश, गुलमोहर, पलाश है प्रेम
कुछ अजीब सा एहसास है प्रेम
महसूस करना तुम्हारे आसपास है प्रेम!
No comments:
Post a Comment