ईशान कोण
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इस खानाबदोश जिंदगी में
कितनी जगह स्थापित किया
मैने अपना पूजा घर
और हर तबादले पर
जगाती रही
भगवान को ,
आग्रह किया
साथ चलने को ।
कितनी दिनों तक
कूट के डब्बो में
बंद रहे भगवान
और मै व्याकुल होती रही ।
नए घर में फिर
सजाती ईशान कोण
पुनः विराजते भगवान
और मन को तसल्ली मिलती ।
अचानक ह्रदय परिवर्तन हुआ !
प्रभु ह्रदय में
बसने लगे !
अब मै ईशान कोण क्यूँ ढूँटती
ह्रदय से हटा कर
उन्हें कहाँ रखती !!
- सीमा
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इस खानाबदोश जिंदगी में
कितनी जगह स्थापित किया
मैने अपना पूजा घर
और हर तबादले पर
जगाती रही
भगवान को ,
आग्रह किया
साथ चलने को ।
कितनी दिनों तक
कूट के डब्बो में
बंद रहे भगवान
और मै व्याकुल होती रही ।
नए घर में फिर
सजाती ईशान कोण
पुनः विराजते भगवान
और मन को तसल्ली मिलती ।
अचानक ह्रदय परिवर्तन हुआ !
प्रभु ह्रदय में
बसने लगे !
अब मै ईशान कोण क्यूँ ढूँटती
ह्रदय से हटा कर
उन्हें कहाँ रखती !!
- सीमा
अचानक ह्रदय परिवर्तन हुआ !
ReplyDeleteप्रभु ह्रदय में
बसने लगे !
अब मै ईशान कोण क्यूँ ढूँटती
ह्रदय से हटा कर
उन्हें कहाँ रखती !!
wel said :)
Thank u Sunita
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