इस जिंदगी में !
****************
बैचैन सी एक प्यास है
इस जिंदगी में !
किस चीज की तलाश है
इस जिंदगी में !
गम और खुशियो में
बँट रहे है हम
रंगमंच के किरदार से
इस जिंदगी में !
सोचा न जो हो जाता है वो
कैसे ,कैसे हालात है
इस जिंदगी में !
चाहा था जो वो न
मिल सका है पर
कोशिशो की हर रात है
इस जिंदगी में !
आए है नादान से
हम तो यहॉ
रहते है मेहमान से
इस जिंदगी में !
भगवान से मिलने की
जिद तू छोड़ दे
कि इंसान ही भगवान है
इस जिंदगी में !
- सीमा श्रीवास्तव
( इसी तरह की कुछ कविताओ के साथ मैंने कविता की दुनिया में कदम रखा था । इसे मैंने सत्रह साल की उम्र में लिखा था )
बहुत खूब...
ReplyDeleteलाज़वाब भावाभिव्यक्ति।
यथार्थ चिंतन।
Thank u
ReplyDeleteसुन्दर रचना, बधाई
ReplyDelete